Akhiil Bhartiya Yuva Sakti Sanghatan

हुए पैदा तो धरती पर हुआ आबाद हंगामा
जवानी को हमारी कर गया बर्बाद हंगामा
हमारे भाल पर तकदीर ने ये लिख दिया जैसे
हमारे सामने है और हमारे बाद हंगामा

सिर्फ हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं मेरी कोशिश है कि ये सूरत बदलनी चाहिए

सिर्फ हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं मेरी कोशिश है कि ये सूरत बदलनी चाहिए
मेरे सीने में नहीं तो तेरे सीने में सही हो कहीं भी आग, लेकिन आग जलनी चाहिए

Friday, 16 December 2011

youth power of india

युवकों ! उठो, बढ़ो आगे, भारत माँ तुम्हे बुलाये ! निरख रही कातर नयनों से, खड़ी भुजा फैलाये ! युवकों ! उठो, बढ़ो आगे, भारत माँ तुम्हे बुलाये !. . मरा नहीं है दुर्योधन, संग्राम अभी है बाकी, खींच रहा है चीर दुशासन, भोली मानवता की. रूप बदलकर सारे कौरव, फिर धरती पर आये ! युवकों ! उठो, बढ़ो आगे, भारत माँ तुम्हे बुलाये ! . नौजवान ! तंद्रा त्यागो, “मत” का गांडीव उठाओ, लोकपाल को “चक्र सुदर्शन” सा मज़बूत बनाओ. अनाचार की ज्वाला, जनता की छाती दहलाए ! युवकों ! उठो, बढ़ो आगे, भारत माँ तुम्हे बुलाये ! . क्रोध मांग लो दुर्वासा से, ऐसी लपट उठाओ, भस्म सभी अत्याचारी हों, ऐसा अस्त्र बनाओ. बच के रहना खड़ी राह में, “माया” जाल बिछाये, युवकों ! उठो, बढ़ो आगे, भारत माँ तुम्हे बुलाये ! . कई उर्वशी और मेनका, आयेंगी राहों में, मोहक रूप दिखाकर अपना भर लेंगी बाहों में. ठोकर मार बढ़ो आगे, ये राहें रोक न पाये, युवकों ! उठो, बढ़ो आगे, भारत माँ तुम्हे बुलाये ! . मोहपाश तोड़ो प्रचंड हुँकार करो, दहलाओ, सक्षम, कर्मठ नेता को सिंहासन पर बैठाओ. जनता देख रही है दिल में अपनी आस जगाये, युवकों ! उठो, बढ़ो आगे, भारत माँ तुम्हे बुलाये

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